क्या आप एक eBook पाठक बनने वाले है?
आज से अगर सिर्फ दो दशक पीछे जाकर किताबों को पढनें के तरीको की कल्पना की जायें, तो भारत में सिर्फ पुस्तक और पुस्तकालय, अखबार और पत्रिकायें ही हर ओर नजर आती थी। Internet तब भी था, परन्तु हर किसी की पहुँच तक भी नही था। साइबर कैफे में जाकर भी हर दिन पढाई कर पाना भी कहाँ संभव हो पाता था। इन्टरनेट शहरों तक ही सीमित था, और शहरों में भी इसका ज्यादातर प्रयोग ऑफिसों में किया जाता था। कोई ऐसा विषय जिसकी किताबें ना मिल पाये, उसके लिए ही इन्टरनेट पर सामाग्री खोजनी पङती थी, तब सोशीयल मीडिया भी इतना प्रचलित नही था।
PDF फाईलों को खोलकर पढना, पढायी करने का तरीका समझा ही नही जाता है। फिर धीरे-धीरे eNews Paper ने सभी का ध्यान अपनी ओर खीचा और फिर eMagazine में भी लोगों की रूचि बढने लगी। eBooks को भारत में लोकप्रिय बनानें में Google Books का भी अच्छा योगदान रहा है, और फिर बढते डिजिटाईजेशन ने eBooks के मार्केट का स्वरूप ही बदल दिया।
भारत के सन्दर्भ में हमको eBook बाजार को शहरी एवं ग्रामीण व के-2 एवं उच्च शिक्षा में विभाजित करके समझना होगा। आज भारत में eBook का बाजार 7% के करीब है। ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी पाठको की रुचि eBook की ओर बहुत ज्यादा नहीं है, या यह भी कहा जा सकता है कि किताबों को पहली प्राथमिकता दी जाती है। शहरों में भी eBook का प्रयोग के-2 तक की स्कूल शिक्षा में कम ही हो रहा है, ज्यादातर व्यवसायिक शिक्षा व उच्च शिक्षा या फिर रुचि विशेष की पुस्तकों को पढने के लिए eBook खरीदी जा रही हैं, या फिर Amazon Kindle जैसे प्रोडक्ट प्रयोग में आ रहे है, जहाँ आपको बहुत सी eBook पढने को मिल जाती है।
भारत की स्कूल शिक्षा प्रणाली में आज भी सभी क्षात्र-क्षात्राओं को पुस्तकों से ही पढाया जाता है। पिछले एक दशक में स्मार्ट क्लाॅस के क्षेत्र में अच्छी प्रगति हुई है, परन्तु स्मार्ट क्लाॅस में भी पुस्तकों से विषय लेकर ही presentation बनायी जाती है, जो आगे बच्चों को पढाया जाता है।
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eBook से सम्बन्धित आकङे
1- 2020 में अमेरिका eBook का सबसे बङा बाजार है, यहाँ इस वर्ष लगभग USD$3000 Mn की eBooks खरीदी गई है।
2- 2020 में भारत मे eBook का बाजार लगभग USD$200 Mn है।
3- 2025 तक यह बाजार बढकर USD$300 Mn होने का अनुमान हैं।
4- भारत में अभी eBook बाजार की सालाना ग्रोथ 6% के करीब है।
भारत में eBook बाजार के ग्रोथ के मुख्य कारक
1- High Speed Internet Penetration ( अच्छी स्पीड के इन्टरनेट का प्रसार)
आज विश्व में सबसे कम दामों पर 4G इन्टरनेट भारत में उपलब्ध हो रहा है, जिससे online content का प्रयोग पिछले 2-3 सालों में बहुत तेजी से बढा है। आज ग्रामीण व शहरी दोनों ही क्षेत्रों में इन्टरनेट के उपलब्ध होने से organic search भी काफी बढ गयी है। आज कोई भी नये विषय के बारे मे सीखना हो तो उपभोगता आसानी से Youtube, Google Search या फिर eBooks व PDF से जानकारी जुटा लेता है।
2020 में कोरोना महामारी के दौरान जब सारी पढाई Digital Platform (Online) से हो रही है, सभी स्कूल, काॅलेज, प्राइवेट इन्सटिट्यूट, कोचिंग इन्सटिट्यूट अपनी पाठ्य सामग्री को Digital बना रहे हैं, जैसे कि Video, PFD, Presentation, eBook में नोट्स को बदल कर विद्यायार्थी तक पहुँचा रहे हैं। इससे हम यह समझ सकते हैं कि हमारी Digital Learning की आदत भी बन रही है, जिससे की आने वाले समय में eBook पढने वालों की संख्या में बढोत्तरी हो सकती है।
2- Infrastructure(जरुरी संसाधनों की उपलब्धता)
जैसा कि हम सभी जानते हैं, eBook पढनें के लिए हमें कम्प्यूटर, लैपटोप, टेबलेट या स्मार्टफोन की जरूरत पङती है। पिछले कुछ वर्षों में स्मार्ट व टेबलेट लगभग सभी के घरों में पहुँच गया है, और आज के समय मे स्मार्टफोन का भी सामान्य साईज 6 इन्च के आस-पास है, यह किसी भी प्रकार की eBook को पढने के लिए उपयुक्त साधन है। सरकारों ने भी अलग-अलग योजनाओं के अन्तरगत बच्चों को पढाई के लिए लैपटोप व स्मार्टफोन प्रदान किये हैं। आज के समय में कम्प्यूटर, लैपटोप व स्मार्टफोन पहले के मुकाबले कुछ सस्ते दामों पर उपलब्ध हैं।
इन सभी Hardware की उपलब्धता आने वाले समय में eBook की लोकप्रियता को ओर बढा सकती है। इसी श्रेणी में आने वाला Amazon Kindel तो eBooks का एक बहुत बङा संग्रह है, और यह काफी पसंद भी किया जा रहा है।
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3 - Increasing Online Content Eco-System( Online पाठ्य सामग्री का बढता हुआ बाजार)
आज हमारे देश में बहुत सी नयी कंपनियाँ online content devlopment के क्षेत्र में काम कर रही हैं, जिनको बहुत अच्छा फंड़ भी मिल रहा है, बहुत से नाम आपने TV Ads में देखे भी होंगे। साथ ही IIT JEE, NEET, CAT, IAS और भी सभी बङी परीक्षाओं की कोचिंग कराने वाले संस्थान Online Content भी साथ में प्रदान कर रहे हैं, इससे इनकी पहुँच सुदूरवर्ती क्षेत्रों में भी बढी है। यहाँ पर Notes को eBooks में बदल कर सभी तक पहुँचाया जा रहा है।
अगर हम इन सभी सकारात्मक बाहरी कारकों को ध्यान से समझे तो आने वाले वर्षों में भारत भी eBook का एक बहुत बङा बाजार बन सकता है, और यह ग्रोथ हमारी सोच से भी कही ज्यादा हो सकती है। हमारे ब्लॉग के पाठक भी digital Content पसंद करने वालों की श्रेणी में आते है। उम्मीद है यह जानकारी आपको पसंद आयी हो, आप भी अपने विचार जरूर शेयर करें।
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