एक मेहनती मजदूर के जीवन के संघर्षों, सपनों, व परिवार की उम्मीदों पर लिखी Best Hindi Poem on Life of Labor
Hindi Poetry on Life of Labor - मजदूर की जिंदगी पर कविता
सपनों को आकर जो देता,
देश को विकास जो देता,
बोझ कन्धों पर रहे हमेशा,
पर कर्म करने से कभी न डरता।
जिंदगी मुश्किल भले हो,
कभी न रुकता, कभी न झुकता,
जरूरतें चाहे हो जितनी,
अपनी मेहनत से सपनों को साकार है करता।
बेहरूपी को इनाम मिले यहाँ,
मेहनत को सम्मान नहीं,
इज्जत उसको मिलती है
जिनके कपड़ों की सान बड़ी।
सर्दी, गर्मी, या हो बारिस,
मुझको हर ऋतु एक सी है,
काम पर ना जो एक दिन जाता,
उस दिन का पगार नहीं।
बढता हूँ, लड़ता हूँ खुद से,
संघर्ष भरा ये जीवन है।
कहने को सब काम में करता,
सम्मान भरे शब्दों से वंचित रहता हूँ।
समाज में मजदूरों को अपने अधिकारों व सम्मान के लिए हमेशा ही संघर्ष करना पड़ता है। ऐसा ही एक दिन मजदूर दिवस है, जब हम इन कर्मयोगियों का सम्मान करते हैं। परन्तु यह पूरा सच नहीं है, और यह Hindi Poem on Life of Labor उस सच को आपके सामने लाता है।
Hindi Poem Image on Life of Labor
यह Hindi Poem Image उन पाठकों के लिए विशेषकर बनायी गयी है, जो कविताओं को इमेज के रुप में पढना पसंद करते हैं। यदि कविता पसंद आये तो अपने विचार जरुर शेयर करें।
More Related Hindi Poem on Life:
1. Hindi Poetry on Life of Child Labor
No comments:
Post a Comment