यह Hindi Kavita on Life of Child Labor उस बच्चे के जीवन को बँया करती है, जिसको पढनें व खेलनें की उम्र में बाल मजदूरी पर लगना पड़ जाता है। बाल मजदूरी को बहुत करीब से महसूस करके यहाँ पंक्तियाँ लिखी गई हैं, जो आप सभी ऐसे बच्चों की मदद करने के लिए प्रेरित करेगी।
Best Hindi Poem for kids एक कविताओं का संग्रह है, जिसमें आपको अपने बच्चों के लिए different genres (Educational, Funny, Motivational, etc) की Hindi Poems के साथ-साथ बच्चो के लिए भरपूर मनोरंजन भी मिलेगा। साथ ही साथ Images भी हर कविता के साथ दी गई है, जिनको आप अपने smartphones में save भी कर सकते है। हमारी सभी कविताएँ मौलिक है।
इस Educational Hindi Poem for Kids से आप बच्चो को सिखा सकते है कि जिदंगी में अनुशासन को कैसे अपनाये। बच्चों को चिड़िया बहुत पसंद होती है, इसलिए ऐसी Hindi Poem बच्चों पर बहुत असर करती है।
Desh Bhakti Poems in Hindi for Kids से बच्चों को रोचक अंदाज में देश भक्ति की भावना जाग्रित होगी और हमारी विरासत के प्रति लगाव बढेगा। हमारे संविधान और देश अनेकता में एकता के पाठ के लिए जाने जाते हैं, यह बात बच्चो को जरूर सिखायें।
Motivational Hindi Poem for Kids यह हिन्दी कविता बच्चों को प्रकृति व हमारे आस पास की चीजों से सीखने के लिए प्रेरित करती है। हमारा लक्ष्य भी यही है कविता के माध्यम से बच्चों को ऐसे उदाहरण दे जिनको वो देख-परख सकते है।
इस Short Hindi Poems for Kids में Rhymes की मदद से बच्चों को फलों की जानकारी भी मिलेगी और पेड़ों के प्रति भावनात्मक लगाव बढेगा, और बच्चे जो फल पसंद करने लगते हैं उनको आसानी से खाते भी हैं।
Funny Poem for Kids यह एक सोच को विकास करने की कोशिश है कि कैसे हम हिन्दी कविताओं में भी बच्चो को नये विषयो में रूचि जगा सकते हैं। ये थोडा Funny Poem भी हैं इसीलिए बच्चे कठिन शब्द भी बोलना सीख जाते व साथ में mental growth( मानसिक विकास)है।
हम बच्चों को सुई का नाम लेकर डराते रहते है, उसी भाव को इस बच्चों की हिन्दी कविता में दर्शाने की कोशिश की है। उम्मीद है कि आपको पोएम फॉर किड्स इन हिंदी की सभी कविताएँ पसंद आ रही होंगी। इन कविताओं को ज्यादा से ज्यादा शेयर जरूर करें।
हमारी पसंद के कुछ Youtube Links शेयर कर रहे है, जो आपके बच्चो को जरूर पसंद आयेगी। यह हमारे द्वारा बनायी गयी Videos नही है, पर हमे आशा है ये हिन्दी कविताये भी आपके बच्चो को पसंद आयेगी।
बच्चो को खुश करने वाली बेमीशाल विडियो कविता
चिङीया रानी की शानदार कविता बच्चो के लिए
हमने सभी हिन्दी कविताओं को बहुत कम पंक्तियो में लिखने की कोशिश की है, ताकि बच्चे समझ व याद रख सके।उम्मीद है यह Hindi Poem for Kids Collection आपको पसंद आया होगा। कमेन्ट बॉक्स में लिख कर जरूर बतायें व अधिक से अधिक शेयर करें।
साथ ही हमारा एक काव्य संग्रह Childhood Poem in Hindi को भी आप पढ सकते हैं, यह हिन्दी कविताएँ बचपन की यादों पर आधारित है।
बचपन की यादें , बचपन के खेल और दोस्तो के किस्से, न जाने ऐसे कितने एहसास हैं जिन पर मौलिक कविताएँ लिखि जा सकती है। निचे कुछ और हमारी स्वरचित हिन्दी कविताएँ बचपन पर हैं, आपको पढकर जरूर अनन्द की अनुभूती मिलेगी।
Childhood Memories, Childhood Play और दोस्तो के किस्से, न जाने ऐसे कितने एहसास हैं जिन पर मौलिक कविताएँ लिखि जा सकती है। निचे कुछ और हमारी स्वरचित हिन्दी कविताएँ बचपन (Hindi Poem on Childhood)पर हैं, आपको पढकर जरूर अनन्द की अनुभूती मिलेगी।
हमारे childhood(बचपन) की न जाने कितनी यादें होती हैं, जिनको हम हिन्दी की कविताओं में सहेजना चाहते हैं, इसी श्रृंखला में ये बचपन की हसीन यादों पर लिखी यह कविता आपको जरूर पसंद आयेगी।
हिन्दी कविता - बचपन की हसीन यादें
वो दिन कितने हसीन थे,
जब दिन खेलने को छोटे होते थे,
और रातें पढ़ने को लम्बी लगती थी।
वो दिन सच में बहुत हसीन थे,
जब क्लास लम्बी लगती थी,
और इंटरवेल छोटे पड़ जाते थे।
हम कितने खुश थे तब,
जब पन्नी में बंधा टिफिन होता था
और बैग अपना फटा होता था।
हम सच में कभी बहुत खुश थे,
टेंन्शन का तो पता ना था,
पर होमवर्क पहाड़ सा लगता था।
वो हँसी कितनी सच्ची थी,
दोस्तों से ही लड़ते थे,
फिर संग ही ठहाके लगते थे।
वो भी क्या मस्ती होती थी,
बारिश में बिन छाते के जाते थे,
फिर देख भीगी किताबें अपनी, खुद ही खुश होते थे।
बस एक ही तो था, जिससे हम सब डरते थे,
पर वो सर क्लास के बाद सबसे अच्छे लगते थे,
संग उनके मस्ती होती थी, और डंडे भी खाया करते थे।
एक दोस्त सयाना होता था,
जिसकी हर बातें सच्ची लगती थी,
जब भी कोई मसला होता,
ज्ञान वही तो देता था।
सच में वो दिन कितने अच्छे थे,
क्लास में वो भी तो संग में पढ़ती थी,
बातों में वो मेरी-तेरी होती थी,
पर संग सहज ही रहते थे।
वो दिन मुझको याद आते हैं,
जब हमको जल्दी अठरा का होना था,
हमको भी कॉलेज जाना था,
सच में वो दिन कितने अच्छे थे,
जिसको हम बचपन कहते है,
और अब इसकी यादों में खोये रहते हैं।
Hindi Poem on Childhood Memories - बचपन की यादें
वो सूरज का उगना
पहाड़ी में छिपना।
जब खेलते थे,
न दिन देखते थे,
न धूप-छांव देखते थे।
वो गुल्ली और डंडा,
मिट्टी में सनना,
ताने भी सुनते,
फिर भी ना सुधरते।
याद आती है हमको,
बचपन की हर एक कहानी।
तालाबों में जाते थे मछली पकडने,
मेंढक के बच्चों को छोटी मछली समझते।
हाथ आती थी मिट्टी,
फिर भी खुश आते थे घर को।
सुबह सजते संवरते,
तेल बालों को करते,
घर से हमेशा स्कूल जल्दी निकलते,
फिर यारों से मिलते, ठहाके लगाते।
याद आती है हमको,
बचपन की हर एक कहानी।
जब अब सोचते हैं,
यही सोचते हैं,
काश लौट जायें वहीं हम,
जहाँ यादों में हम हैं रहते।
Hindi Poem on Childhood के इस काव्य संग्रह में एक नयी कविता जोड़ रहे है। इसी काव्य संग्रह की पहली हिन्दी कविता को आपने काफी प्यार दिया वा Social Media पर शेयर भी किया। हमें पूरा भरोशा है इन पंक्तियों को भी आप वैसा ही स्नेह देगें।